संबोधित करते शिव गोपाल मिश्रा राष्ट्रीय महामंत्री |
सुल्तानपुर में बोले रेलवे मेंस यूनियन के राष्ट्रीय महामंत्री शिवगोपाल, एनडीए और यूपीए दोनों की आर्थिक नीतियां एक जैसी, पुरानी पेंशन पर भारत बंद करते हुए हम रेल मंत्रालय से दो दो हाथ करने को तैयार।नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के राष्ट्रीय महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने केंद्र में मौजूद भाजपा गठबंधन सरकार और कांग्रेस की यूपीए सरकार को पेंशन नीति पर एक जैसा मुद्दा रखने वाली पार्टियां करार दिया है । उन्होंने कहा कि हम सरकार से 21 और 22 नवंबर को दो-दो हाथ करने को तैयार हैं । इस बार रेल कर्मचारी ही नहीं समस्त सरकारी कर्मचारी भारत बंद में हिस्सा लेंगे और सरकार की चूलें हिलाएंगे।सुल्तानपुर जंक्शन के नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन कार्यालय में स्वर्गीय जेपी चौबे की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। रविवार को आयोजित कार्यक्रम में जहां पर नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के राष्ट्रीय महामंत्री शिव गोपाल मिश्र वरिष्ठ पदाधिकारी और कर्मचारियों के साथ पहुंचे। उनका फूल माला पहनकर फार्मासिस्ट केशव गुप्ता समेत सीनियर सेक्शन इंजीनियर एसके द्विवेदी, एसके प्रजापति और अन्य पदाधिकारी ने स्वागत अभिनंदन किया। इस दौरान मंच से संबोधित करते हुए स्वर्गीय जेपी चौबे को कर्मचारियों को मसीहा बताया गया। उनके साथ आए हिंदू मधु सभा के आर एस मिश्रा हिंद मजदूर सभा के पदाधिकारी आरएसमिश्र उर्फ़ मुनी मिश्रा ने कहा कि रेल कर्मचारियों के साथ राज्य कर्मचारियों को आगे आने की जरूरत है। इसी से पुरानी पेंशन नहीं बहाल किए जाने के पीछे गहरी सोची समझी राजनीतिक साजिश करार दिया। इस अवसर पर जेपी चौबे की याद में जिला अस्पताल में रक्तदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। रेल कर्मचारी बड़ी संख्या में वहां पहुंचे और रक्तदान कर अपने क्रांतिकारी मसीहा जेपी चौबे को याद किया और उनके नीतियों पर चलने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर स्टेशन अधीक्षक एल एल मीना, एलएन पाठक, एसयू शाह, आरके पांडेय, सुमित बड़ी संख्या में कर्मचारी और अधिकारी मौजूद रहे।सरकार चाहे एनडीए की हो चाहे यूपीए की हो, आर्थिक मुद्दे पर दोनों एक ही रवैया रहा है। पेंशन को इन्होंने आर्थिक रूप से केंद्र सरकार का सबसे बड़ा रोड़ा मानते रहे हैं। जबकि यह सही नहीं है। कांग्रेस सरकार ने नई पेंशन नीति को श्रमिकों और कामगारों का विरोधी बताया गया। गोपाल मिश्रा ने कहा कि जो रिटायर हो रहे हैं किसी को ₹400 किसी को ₹500 पेंशन मिल रही है। लोको पायलट को ₹2000 पेंशन मिल रही है । सारे देश में केंद्र सरकार की नई भर्तियों को देखें तो खाली रेलवे में 9 लाख से अधिक भरती हो चुकी हैं। जॉइंट फॉर्म के तहत जो स्कीम बनाया है। उसमें चाहे संविदा कर्मचारी हो चाहे रेल कर्मचारी सभी के साथ यह समस्या देखने को मिल रही है। हमें आशा थी कि पिछले प्रदर्शन में 50 से 60,000 लोग आएंगे। लेकिन 2 लाख लोगों ने इसमें हिस्सा लिया है। 21 और 22 नवंबर को पूरे देश में भारत बंद का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद पूरे रेल का चक्का जाम किया जाएगा। इस बार की लड़ाई में खाली रेल कर्मचारी नहीं पूरे देश के कर्मचारी चलेंगे। पूरे पुराने पेंशन सरकार को बहाल करना होगा यदि भाजपा समर्थित केंद्र सरकार नहीं बहाल करेगी तो हम सरकार से दो-दो हाथ करने को तैयार हैं। हमारा उद्देश्य है कि हम पुरानी पेंशन बहाल करके ही मानेंगे। हम हर स्तर पर संघर्ष करने को तैयार हैं।
शिवगोपाल मिश्र, राष्ट्रीय महामंत्री नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन नई दिल्ली