सुल्तानपुर में कलियुगी बेटे ने दर्ज कराया 90 वर्षीय पिता पर जलसाजी का मुकदमा तो पिता ने छीना अंतिम संस्कार का अधिकार।

सुल्तानपुर में कलियुगी बेटे ने दर्ज कराया 90 वर्षीय पिता पर जलसाजी का मुकदमा तो पिता ने छीना अंतिम संस्कार का अधिकार कहा योगी के दरबार में न्याय नहीं मिला तो दे दूंगा जान।

पीड़ित पिता रामचरित्र पांडे 

रिश्तों को कलंकित करने का अजीबोगरीब प्रकरण सुल्तानपुर में सामने आया है। बेटे ने पिता पर जालसाजी और चल का मुकदमा दर्ज कर दिया। हैरान परेशान पिता ने कलयुगी बेटे से अपने अंतिम संस्कार का अधिकार छीन लिया है। पिता का कहना है कि वह सीएम योगी के जनता दर्शन में जाकर न्याय मांगेंगे। यदि न्याय नहीं मिला तो अपना प्राण त्याग देंगे। 




पूरा मामला सुल्तानपुर जिले के मोतिगरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गौरा गांव से जुड़ा हुआ है। जहां पर राम चरित्र पांडे ने अपने बेटे अरुण पांडेय को रोजगार देने के लिए 2 वर्ष पूर्व शैक्षिक सेवानिवृत्ति ले ली और अपने स्थान पर उसे लगा दिया। वह एक इंटर कॉलेज में लिपिक के पद पर तैनात थे। इस पर भी बेटा संतुष्ट नहीं हुआ तो उसकी पत्नी के नाम जमीन का बैनामा कर दिया। इसके बाद बेटे अरुण ने पिता रामचरित्र का जीना मुहाल कर दिया। जिसे आजिओ जाकर रामचरित्र ने गांव छोड़ दिया और छोटे बेटे अरविंद पांडे की ससुराल शमौली थाना करौंदीकला जिला सुल्तानपुर में जाकर रहने लगा। इसके बाद भी कलयुगी बेटे अरुण पांडे ने अपने पिता रामचरित्र और छोटे भाई अरविंद के साथ अरविंद की पत्नी किरण पांडे पर मुकदमा दर्ज कर दिया। इसके साथ ही दबाव बनाने के लिए पूर्व मंत्री जय नारायण तिवारी के बेटे डॉक्टर मुकेश तिवारी को भी मुकदमे में अभियुक्त बना दिया है। लगातार प्रताड़ना से तंग आकर पिता ने अंतिम संस्कार का अधिकार छीन लिया है। कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में जाकर न्याय मांगेंगे । डीएम एसपी के दरबार में न्याय की फरियाद करेंगे। इस पर भी न्याय नहीं मिला तो वह अपना प्राण दे देंगे। यह पूरा प्रकरण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।मेरे बड़े बेटे ने मुझे बहुत प्रताड़ित किया। जिससे परेशान होकर हम अपने बेटे के ससुराल में आकर रह रहे हैं। मेरे ऊपर मेरे बड़े बेटे ने मुकदमा दर्ज कर दिया है। मेरी इच्छा है कि मेरे मरने के बाद वह मेरी अंत्येष्टि के कार्यक्रम में शामिल न हो। मेरे और पूर्व मंत्री जय नारायण तिवारी के बेटे पर मुकदमा दर्ज कर के मेरे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है कि जैसा मैं कहूं वैसा आप करिए। मैंने अपने बड़े बेटे की पत्नी के नाम जो जमीन दिया है उसको वापस कराया जाए। यदि मुख्यमंत्री भी हमारी सुनवाई नहीं करेंगे मुझे न्याय नहीं देंगे तो मैं वहां जाकर अपना प्राण दे दूंगा// राम चरित्र पांडेय, पिता