शहर में नियमों को दरकिनार कर पार्किंग के नाम पर हो रही लाखों की वसूली।

शहर में नियमों को दरकिनार कर पार्किंग के नाम पर हो रही लाखों की वसूली।


आमजन के साथ नगर पालिका और जीएसटी विभाग को भी लगा रहा चपत

नगर क्षेत्र में पार्किंग के नाम पर लाखों की अवैध वसूली हो रही है। शॉपिंग मॉल के नीचे मनमाफिक नियम बनाकर दोपहिया वाहन से 20₹ और चार पाहिया से 50₹ रुपये पार्किंग शुल्क लिया जा रहा है। उपभोक्तओं को जबरन रसीद दी जा रही। उस रसीद पर संबंधित फर्म का भी नाम नही है। भेद न खुले इसके लिए वाहन लेकर लौटने वाले ग्राहकों से उसके हिस्से की स्लिप ले ली जाती है।

इन क्षेत्रों में हो रही वसूली 

यहां बेसमेंट में काउंटर लगाकर ठेकेदार कर रहे मनमानी वसूली।प्रतिदिन हजारों लोग बस स्टेशन (एसबीआई बैंक के नीचे), गंदानाला, दरियापुर तिराहा समेत विभिन्न पार्किंग स्थलों पर गाड़ी पार्क करते है। शहर में प्राइवेट और सरकारी मिलाकर डेढ़ दर्जन पार्किंग स्थल हैं।यह वसूली करोड़ो के करीब पहुंचती है।


जीएसटी विभाग को लग रहा लाखो का चूना

सुल्तानपुर शहर में पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली से जीएसटी विभाग को लाखों का चूना लग रहा है। तकरीबन प्रतिदिन गाड़ियां बेसमेंट में खड़ी करके काउंटर पर बैठे ठेकेदार उनसे वसूली करते हैं। जिसके कारण जीएसटी विभाग को भी लाखों का चूना लग रहा है।यहां कौन सी फॉर्म वसूली कर रही है, स्लिप और पोस्टर पर उसका कहीं कोई जिक्र नहीं है।


पुलिस विभाग का लाल और नीली पट्टिका लगाकर हो रही है वसूली

शहर में जितने भी अवैध पार्किंग बेसमेंट में चल रहे हैं उन पर लगे लाल नीली पट्टिका लगे बैनर से शुल्क का विवरण लिखा गया है। मानो उसे वसूली पर पुलिस विभाग की मुहर यानी सहमति मिली हो। सीओ सिटी शिवम मिश्रा कहते हैं यदि कोई एप्लीकेशन उन्हें दी जाए तो वह जांच कर अग्रिम कार्रवाई करेंगे। वहीं नगर पालिका ईओ लाल चन्द्र ने प्रकरण को न तो वैध बताया और न ही अवैध। अंत में उन्होंने कहा मालूम करके बाद में बताते हैं।