ऑल इण्डिया रेलवे मेंस यूनियन के महामंत्री बोले-2019 में होने चाहिए थे चुनाव, सरकार ने नहीं कराए, अब कोर्ट के आदेश पर है कराना पड़ रहा है चुनाव।
सुल्तानपुर में मंगलवार को नार्दन रेलवे मेंस यूनियन द्वारा कार्यकर्ता सम्मेलन एवं आमसभा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि ऑल इण्डिया रेलवे मेंस यूनियन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमारे मान्यता के चुनाव होने वाले हैं और आज कार्यकर्ता सम्मेलन का उद्देश्य यह बताना है कि यह चुनाव 2019 में होने चाहिए थे सरकार ने नहीं कराए अभी कोर्ट का आदेश हुआ है तो उनको कराना पड़ रहा है।
उन्होंने ये भी कहा हम अपने साथियों को आगाह कराने आए हैं कि आने वाले समय में कोई दिग्भ्रमित होने की उनको आवश्यक्ता नहीं है। हम 2004 में सिंगिल यूनियन हो कर आए थे, 2013 में भी हम प्रचण्ड बहुमत से जीतने का काम किया है। और चूंकि नार्दन रेलवे मेंस यूनियन एवं ऑल इण्डिया रेलवे मेंस फेडेरेशन हमेशा संघर्ष के मैदान में रहा है, ऑल इण्डिया मेंस फेडरेशन के सौ साल संघर्ष के साल हैं। मैं समझता हूं कि लोगों का बहुत प्यार है इस संगठन से और अगर हम लोग अब जीतकर आएगे तो बहुत सारे इश्यूज हैं जिसमें एलडीसी ओपेन कराना है काम के घंटे कम कराना है।
उन्होंने कहा इनकी प्रो-नतियों के अवसर खोजने है। मकानों की स्थिति सही करानी है तो यह सारे काम हम लोग कराने का काम करेंगे। हम लोगों को आशा है कि आने वाले चुनाव में नार्दन रेखने मेंस यूनियन को बहुत बड़ी विजय हासिल होगी। सहायक महामंत्री आरके पाल ने बताया कि आज के कार्यकर्ता सम्मेलन का उद्देश्य अपने कार्यकर्ताओं को इस बात के लिए तैयार करना आगामी 4, 5 और 6 दिसम्बर को यूनियन के मान्यता के चुनाव में हमको इतनी सशक्त यूनियन के रूप में नार्दन रेलवे मेंस यूनियन को लेकर आना है कि वन इन्डस्ट्री, वन यूनियन के हमारे सपने को साकार करते हुए हम रेलवे इण्डस्ट्री के विकास में रेल कर्मचारियों के जो योगदान है उसके परिप्रेक्ष्य में हम उनको उनका वाजिब हक दिला सकें। भारतीय रेलों को किसी भी हालात में निजी हाथों में जाने से रोक सकें। इस दौरान कार्यक्रम में शाखा मंत्री एससी द्विवेदी, केशव गुप्ता,आशिम सज्जाद, अनिल श्रीवास्तव सहित यूनियन के तमाम पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
रिपोर्ट/सरफराज अहमद