सुल्तानपुर से राकेश टिकैत का बयान: किसानों के हक में आवाज, सरकार और ओवैसी पर साधा निशाना
रिपोर्ट सरफराज अहमद
सुल्तानपुर में भारतीय किसान यूनियन (बीक्यूयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बार फिर किसानों के हक में अपनी बुलंद आवाज उठाई। उन्होंने बिहार में चल रहे SIR (स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन) के मुद्दे पर खुलकर समर्थन जताया और कहा कि जो बाहरी लोग हैं, उन्हें दिक्कत हो सकती है, लेकिन स्थानीय लोगों को कोई परेशानी नहीं होगी। टिकैत ने साफ कहा कि सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है, जैसे वह प्रेस को तवज्जो नहीं देती।
राकेश टिकैत ने बसपा सुप्रीमो मायावती की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मायावती यूपी की नंबर एक मुख्यमंत्री थीं, जिन्होंने किसानों के लिए गन्ना भुगतान को बेहतर किया। टिकैत ने कहा, "मायावती ने किसानों के हित में जो काम किया, वह उन्हें सबसे अलग बनाता है।"
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर टिकैत ने तंज कसते हुए कहा कि वह सरकार के ही आदमी हैं। उनके बयान सिर्फ दिखावे के लिए होते हैं, जो सरकार को फायदा पहुंचाते हैं। टिकैत ने किसानों और जनता को सलाह दी कि ओवैसी जैसे लोगों पर भरोसा न करें।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी द्वारा ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार से सवाल उठाने के मुद्दे पर टिकैत ने कहा कि यह मामला संसद में चर्चा में है। सरकार को इस पर जवाब देना होगा कि इतनी बड़ी घटना पर उसने क्या कदम उठाए।
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर टिकैत ने सनसनीखेज बयान दिया। उन्होंने कहा कि धनखड़ की कोई बीमारी का इतिहास नहीं है, न ही वे अस्पताल में हैं। उनका कोई विदाई समारोह नहीं हुआ, न ही कोई उनसे मिलने गया। टिकैत ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लगता है जैसे उनसे जबरन इस्तीफा लिया गया हो, जैसे कोई नौकरी से छुट्टी लेता है। उन्होंने कहा कि रिटायरमेंट पर विदाई समारोह होता है, लेकिन धनखड़ के साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ।
टिकैत ने किसानों के हित में अपनी मांगें दोहराईं। उन्होंने कहा कि देश में एमएसपी गारंटी कानून लागू होना चाहिए, बिजली का निजीकरण रुकना चाहिए और फसलों का उचित दाम मिलना चाहिए। उन्होंने सरकार से किसानों की इन मांगों को पूरा करने की अपील की।