नवजवानों को चार साल नहीं 60 साल में रिटायरमेंट वाली चाहिए नौकरी/ पूर्व विधायक संतोष पाण्डेय
बीजेपी आई तो सिपाही की भी वर्दी उतारकर कर देंगे चार साल
पूर्व विधायक व ब्राह्मण समाज के कद्दावर नेता संतोष पाण्डेय ने लंभुआ विधानसभा क्षेत्र स्थित अपने आवास पर ब्लॉक, बूथ और सेक्टर प्रभारियों की मीटिंग ली। यहां मीडिया से बात करते हुए संतोष पाण्डेय भाजपा पर हमलावर दिखे। उन्होंने कहा नवजवानों को चाहिए नौकरी वो भी चार साल वाली नहीं। वो चाहिए 60 साल में रिटायरमेंट वाली नौकरी। उन्होंने सवाल करते हुए कहा वो नौकरी कौन देगा? वो नौकरी मिलेगी जब अखिलेश यादव और महागठबंधन की सरकार बनेगी। अभी तो चार साल की ये अग्निवीर की है। अगर फिर आ गए तो ये सिपाही की भी वर्दी उतारकर चार साल का कर देंगे।पूर्व विधायक ने कहा समाजवादी पार्टी की तरफ पूरे उत्तर प्रदेश का नवजवान, गरीब, किसान, महिलाएं सब बहुत उम्मीद से देख रहे हैं। उत्तर प्रदेश और देश में हालात बद से बत्तर हैं। महंगाई चरम सीमा पर है, नवजवानों का पेपर लीक हो जा रहा है। गांव में किसान परेशान है। मेरा ये मानना है कि पांच साल में चुनाव होता है इस बार आम जनमानस ने मन बनाया है कि वो समाजवादी पार्टी को वोट करेगा। लोग कंडीडेट को नहीं देख रहे हैं अखिलेश यादव के चेहरे को देख रहे हैं। अखिलेश यादव के चेहरे पर ही चुनाव है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने जो काम किया वो जनता के मन में है। उन्होंने मीडिया से कहा समाज का जो ताना बाना है उसमें कोई दो राय नहीं जाति एक फैक्टर होता है। पर इस बार मैं देख रहा हूं हमारे नेता के नाम पर जाति फैक्टर टूट गया है। धर्मों का फैक्टर टूट गया है, हिंदू मुसलमान सब खत्म हो गया है। ये जो सब करके चुनाव जीते हैं सब खत्म हो गया है। मेरा ये मानना है इस बार चुनाव केवल हमारे नेता के चेहरे पर काम पर और उनसे जुड़ी हुई उम्मीदों पर है। जो उन्होंने करके दिखाया। जनता याद कर रही है। 2024 में तो बहुत बड़ा परिवर्तन होने ही जा रहा है और जिस तरह का संकेत दिख रहा है उस तरह से दिख रहा है जनता अभी से ही कह रही है 2027 में हम लोग अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाने जा रहे हैं।
मेनका गांधी को लेकर उन्होंने कहा वो सरकार में हैं तो उनको परीक्षा देनी है उनको बताना है हमने क्या किया। हम लोग सरकार में हैं नहीं, जो जिम्मेदार पद पर रहता है उसकी जिम्मेदारी बड़ी होती है। विपक्ष का काम है उनकी कमियों को निकालना। हम ये कह सकते हैं हमारा प्रत्याशी जीतेगा तो हम उनसे बेहतर करने का काम करेंगे।
रिपोर्ट/सरफराज अहमद