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बेदाग छवि की प्रत्याशी मेनका गांधी के सामने सपा ने गोरखपुर के बड़हलगंज थाने का उतारा हिस्ट्रीशीटर।

बेदाग छवि की प्रत्याशी मेनका गांधी के सामने सपा ने गोरखपुर के बड़हलगंज थाने के उतारा हिस्ट्रीशीटर।

सुल्तानपुर में फंस सकती है सपा की सीट ,प्रत्याशी का है105A हिस्ट्रीशीट नंबर।

सुल्तानपुर सीट से गोरखपुर के हिस्ट्रीशीटर को लड़ा सपा अपनी वैतरणी पार करने में लगी है। आम जनमानस में प्रत्याशी को लेकर पहले से ही विरोध था। अब क्रिमिनल हिस्ट्री आने के बाद मतदाताओं में चर्चाओं का बाजार गर्म है। ऐसे में मेनका गांधी के सामने सपा प्रत्याशी का कद बौना पड़ गया है, और पार्टी की यहां से खाता खुलने की उम्मीद पर पानी फिर गया है। 

गोरखपुर में दर्ज हैं राम भुआल पर आठ केस 


गोरखपुर के दवनाडीह निवासी पूर्व मंत्री पर कुल आठ मामले दर्ज हैं। उन पर गैंगेस्टर एक्ट, जानलेवा हमला, धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज बनाना, बलवा, मारपीट, गाली-गलौज व अन्य धाराओं में अभियोग गोरखपुर के अलग-अलग थानों में पंजीकृत हैं। वहां के बड़हलगंज थाने की पुलिस ने तो बाकायदा उनकी हिस्ट्रीशीट तक खोल रखी है। थाने में चस्पा दुराचारी सैकड़ों हिस्ट्रीशीटरों की सूची में उनका नाम 11वें नंबर पर है। उनकी हिस्ट्रीशीट नंबर 105A है। सोशल मीडिया पर थाने की हिस्ट्रीशीट सूची वायरल होने के बाद लोग तरह-तरह की धारणाएं व विचार सपा प्रत्याशी राम भुआल के लिए प्रयोग कर रहे हैं।


जालसाजी से बनवाया था फर्जी लाइसेंस 


राम भुआल की क्रिमिनल हिस्ट्री में फरवरी 2020 का एक केस दर्ज है। उन पर फर्जी लाईसेंस रखने का केस दर्ज हुआ था। दारा निषाद ने 14 अगस्त 2019 को फर्जी शस्त्र लाइसेंस प्रकरण के मामले में गोरखपुर के तत्कालीन डीएम के. विजयेंद्र पांडियन से राम भुआल निषाद की शिकायत की थी। इसके बाद डीएम के निर्देश पर पूरे मंडल में जारी किए गए शस्त्र लाइसेंसों की जांच कराई थी। जांच में पता चला था कि पूर्व मंत्री राम भुआल निषाद ने बेचू यादव के लाइसेंस क्रमांक नंबर 3912 जो डीबीबीएल के लिए स्वीकृत है, पर फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाकर राइफल खरीद ली थी। बेचू यादव की मौत भी हो चुकी है। 

मेनका व बसपा प्रत्याशी पर नहीं है केस 

बात राम भुआल से हटकर भाजपा प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय मंत्री सांसद मेनका गांधी की किया जाए तो उन पर एक भी क्रिमिनल केस नहीं है। केस तो बसपा प्रत्याशी जिपं सदस्य उदराज वर्मा पर भी नहीं है, लेकिन उनके दामन पर बैंक डिफाल्टर का धब्बा लगा है। ऐसे में अब सुल्तानपुर के चुनाव में जहां लोकल बनाम बाहरी का समीकरण पहले से बन चुका था वही अब सपा प्रत्याशी की हिस्ट्रीशीट सामने आने के बाद मेनका गांधी की राह बेहद आसान और एकतरफा लहर हो गई है।

रिपोर्ट/सरफराज अहमद

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