चर्चित अधिवक्ता आजाद अहमद हत्याकांड में आरोप तय!

चर्चित अधिवक्ता आजाद अहमद हत्याकांड में आरोप तय!

7 महीने में सात पर हत्या के आरोप तय, लखनऊ जेल से नहीं आया एक आरोपित, एक पर अपराधियों को छिपाने का केस 

सुल्तानपुर में अगस्त 2023 में हुए अधिवक्ता आजाद अहमद हत्याकांड में सोमवार को सात के विरुद्ध जिला जज जय प्रकाश पाण्डेय ने हत्या के आरोप तय किए हैं। आरोपित प्रिंस लखनऊ जेल से नहीं लाया जा सका जबकि वसीम पर अपराधियों को छिपाने का आरोप लगाया गया है। 

अगस्त 2023 में हुई थी हत्या
 
सिविल कोर्ट के अधिवक्ता आजाद अहमद 6 अगस्त 23 को भुल्की बाईपास पर स्थित एक ढ़ाबे पर अपने भाई मुनव्वर के साथ बैठे चाय पी रहे थे। शाम करीब सात बजे कई वाहनों से आये हमलावरों ने दोनों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। दोनों को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां अधिवक्ता को चिकित्सकों ने मृत घोषित किया। उनके भाई को गंभीर अवस्था में मेडिकल कॉलेज लखनऊ रेफर कर दिया गया। घटना के सबंध में जमीन संबंधी विवाद बताते हुए गैंगेस्टर अपराधी सिराज व उसके परिजनों सहित कई लोगों को नामजद कर एफआईआर कोतवाली देहात में दर्ज हुई। पुलिस ने एक महिला सहित आठ लोगों को जेल भेजा। प्रिंस लखनऊ की कोर्ट में हाजिर हुआ जबकि सिराज अभी भी फरार है। 


अगली पेशी पर होगी प्रिंस की फ़ाइल पर सुनवाई 

उसकी सम्पत्ति कुर्क कर उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया है। सोमवार को पेशी पर इकरामुद्दीन उर्फ़ पहलवान, सलमान मोहम्मद शमीम, अख्तरुलनिशा, शहज़ाद, सोहराब व मेराज अपने अधिवक्ता के साथ न्यायालय पहुंचे। उनके विरुद्ध हत्या, जानलेवा हमला आदि का आरोप बना। वसीम को अपराधी छिपाने व प्रिंस की अनुपस्थिति में उसकी पत्रावली अगली पेशी 10 अप्रैल को सुनवाई हेतु नियत कर दी गई है।

रिपोर्ट/सरफराज अहमद