सुल्तानपुर, यूपी
रिपोर्ट सरफराज अहमद
सुल्तानपुर शहर में ईदुल अज़हा (बकरीद) का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और शांति के साथ मनाया गया। शहर के ईदगाह पर हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्र हुए और सामूहिक रूप से ईद की नमाज़ अदा की। इस अवसर पर शहर काज़ी मौलाना अब्दुल लतीफ ने नमाज़ का नेतृत्व किया और देश की शांति, समृद्धि और आपसी भाईचारे के लिए विशेष दुआएं मांगी गईं। हजारों हाथ एक साथ उठे, जो न केवल धार्मिक एकता का प्रतीक थे, बल्कि सामाजिक सौहार्द और एकजुटता का भी संदेश दे रहे थे।
प्रशासन की मुस्तैदी और सुरक्षा व्यवस्था
इस पवित्र अवसर पर जिला प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी। ईदगाह पर जिलाधिकारी (डीएम), उपजिलाधिकारी (एसडीएम), पुलिस अधीक्षक (एसपी), सिटी मजिस्ट्रेट (सीओ सिटी), नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) और यातायात प्रभारी सहित पूरा प्रशासनिक अमला मौजूद रहा। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और यह सुनिश्चित किया कि सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलें। पुलिस बल की तैनाती चप्पे-चप्पे पर की गई थी, जिससे किसी भी अप्रिय घटना की कोई गुंजाइश न रहे। यातायात प्रभारी ने भीड़ को नियंत्रित करने और आवागमन को सुगम बनाने में अहम भूमिका निभाई।
शहर काज़ी की अपील और बधाई
नमाज़ के बाद शहर काज़ी मौलाना अब्दुल लतीफ ने जनपदवासियों को ईदुल अज़हा की हार्दिक बधाई दी। उन्होंने अपने संदेश में आपसी भाईचारे, प्रेम और एकता पर जोर दिया। इसके साथ ही, उन्होंने नगर पालिका परिषद से शहर में बिजली, पानी और वार्डों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की अपील की, ताकि शहरवासियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। उनकी इस अपील को उपस्थित लोगों ने सराहा और इसे सामुदायिक विकास के लिए एक सकारात्मक कदम माना।
सामाजिक एकता का बना ईदुल अजहा का पर्व
ईदगाह पर आयोजित इस कार्यक्रम में कई वरिष्ठ समाजसेवी, सुरक्षा संगठनों के पदाधिकारी और नगर के गणमान्य लोग शामिल हुए। उनकी उपस्थिति ने इस अवसर को और भी विशेष बना दिया। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि सामाजिक एकता और सहयोग का भी एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत करता है। विभिन्न समुदायों के लोगों ने एक साथ इस पर्व में हिस्सा लिया और आपसी प्रेम व सौहार्द का संदेश दिया।